लेकिन वह औरत मुस्ताकिल उसका पीछा कर रही थी, अबकी बार उस नौजवान से रहा न गया , वह अचानक उस औरत की तरफ मुड़ा और पूछा, मां जी खैरियत है ?
नौजवान कहता है कोई बात नहीं मां जी आप मुझे अपना बेटा ही समझें।
वह औरत बोली कि बेटा क्या आप मुझे एक बार फिर मां जी कहोगे ?
नौजवान ने ऊंची आवाज़ से कहा, जी मां जी,
पर उस औरत ने ऐसा बर्ताव किया जैसे उसने सुना ही ना हो, नौजवान ने फिर ऊंची आवाज़ में कहा जी मां जी....
औरत ने सुना और नौजवान के दोनों हाथ पकड़ कर चूमे , अपने आंखों से लगाऐ और रोते हुए वहां से रुखसत हो गई।
नौजवान उस मंज़र को देख कर अपने आप पर काबू नहीं कर सका और उसकी आंखों से आंसू बहने लगे, वह अपनी खरीदारी पूरी करे बगैर ही वापस चल दिया।
काउंटर पर पहुंचा तो कैशियर ने दस हज़ार का बिल थमा दिया...
नौजवान ने पूछा दस हज़ार कैसे ?.
कैशियर ने कहा आठ सौ का बिल आपका है और नौ हजार दो सौ का आपकी मां के हैं, जिन्हें आप अभी मां जी मां जी कह रहे थे।
वह दिन और आज का दिन
नौजवान अपनी असली मां को भी मौसी कहता है।
😀😁😂