Friday 24 August 2018

आँखों से अहसासों को पढ़ लिया करो, की ज़ुबाँ कभी कभी दिल का साथ नही देती,

आँखों से अहसासों को पढ़ लिया करो,


की ज़ुबाँ कभी कभी दिल का साथ नही देती,


कभी मुस्कुराती आँखें भी कर देती है कई दर्द बयां,,,,,, हर बात को रोकर ही बताना जरूरी तो नहीं होता,,,,,,,

कभी मुस्कुराती आँखें भी कर देती है कई दर्द बयां,,,,,,


हर बात को रोकर ही बताना जरूरी तो नहीं होता,,,,,,,


शायद तेरा नजरिया मेरे नजरिए से अलग था, तू वक्त गुजारना चाहती थी और मै जिन्दगी...!!

शायद तेरा नजरिया मेरे नजरिए से अलग था,


तू वक्त गुजारना चाहती थी और मै जिन्दगी...!!


एक कप चाय उनके नाम जिनके सर में हमारी वजह से सर दर्द रहता हैं...

एक कप चाय उनके नाम


जिनके सर में हमारी वजह से सर दर्द रहता हैं...


थोडा इश्क़ हमें भी कर लेने दो साहिबा सब नेक बन गए तो गुनाह कौन करेगा .,.

थोडा इश्क़ हमें भी कर लेने दो साहिबा

 सब नेक बन गए तो गुनाह कौन करेगा .,.


वो मेरी पूरी जिंदगी है… क्या मैं उसका, एक लम्हा भी नहीं..?

वो मेरी पूरी जिंदगी है…


क्या मैं उसका, एक लम्हा भी नहीं..?




rakshabandhan emotionalstory

सुबह बहन जल्दी उठती है और घर के सारे कामों को खत्म कर अपने भैया को जगाती है बहन - भैया उठो ना,जल्दी से उठो ना, आज आज रक्षाबन्धन है ।
आप जल्दी से तैयार हो जाओ, मै सबसे पहले आपको राखी बांधुगी ।
भाई - ठीक है ।
भाई तैयार हो जाता है और बहन पूजा की थाली, मिठाई और राखी लेकर आती है बहन - भैया अपना दाहिना हाथ आगे बढाओ ।
भाई अपना हाथ आगे करके राखी बंधवा लेता है और जेब से निकालकर उसको एक खूबसूरत घड़ी देता है ।
( जो उसने बहन के लिए एक दिन पहले ही खरीदी थी )
लेकिन बहन मना कर देती है फिर भाई अपने पर्स से कुछ पैसे निकाल कर देता है लेकिन बहन फिर वापस कर देती है
तब भाई पुछता है कि बताओ तुम्हे क्या चाहिए ?
बहन - जो मागुंगी वो दोगे ?
भाई - हां दुंगा ।
बहन - पहले मुझसे वादा करो ? भाई - हां मैं पक्का वादा करता हूँ कि जो तू मांगेंगी वो मैं दुंगा ।
अब बोल तुझे क्या चाहिए ?
बहन - भैया आज रक्षाबन्धन के दिन आप मुझसे ये वादा करो कि आप आज से मां की बहन की गालियां किसी को नहीं दोगे । इतना कहकर उसकी आंखों में आसूं आ जाते हैं । (बहन रोते हुए ) भैया हम लोगों ने आप लोगों का क्या बिगाड़ रखा है जो हमेशा मां की बहन की गालियां देते हो हमें सरेआम बदनाम करते हो ।
बोलो भैया बोलो
भाई - ( सिर नीचे किये हुए चुप है) बहन - आज रक्षाबंधन पर आप मुझसे वादा करते हो कि नहीं ?
भाई - ( आत्मग्लानि से रोते हुए ) हां बहन मैं आज तुमसे ये वादा करता हूं कि मैं जीवन में कभी मां की बहन की गाली नहीं दुंगा और ना ही किसी को देने दुंगा ।
फिर अपने आप को सम्हाल कर बहन को भी चुप कराता है । और कहता है कि......
मिठाई देखकर मुंह में पानी आ रहा है
चल अब जल्दी से मिठाई खिला.......
बहन थोड़ा हंसने लगती है उसकी आंखों में अभी भी आंसू थे लेकिन ये आंसू खुशी के थे, भाई पर आत्मविश्वास के मेरी आप लोगों से निवेदन है कि इस बार इस कहानी को इतना शेयर करें कि ये कहानी हर भाई बहन के मोबाइल में

unke ishq ko ishq nahi samjha

उनके इश्क को इश्क नही # इबादत ही समझा था हमने

दिल टुटा तो #समझ आया कि

इक #पत्थरदिल को अपना #खुदा समझा था हमने...!!!

रक्षाबंधन संदेश

किसी के ज़ख़्म पर चाहत से पट्टी कौन बाँधेगा


अगर बहनें नहीं होंगी तो राखी कौन बाँधेगा ।।


Rakshabandhan Special Message

जन्मों का ये बंधन है,
स्नेह और विश्वास का..
और भी गहरा हो जाता है ये रिश्ता..

जब बंधता है धागा रक्षाबंधन के प्यार का…
रक्षा बंधन की शुभ कामनाएं...


RakshaBandhan Message for Whatsapp Facebook Group

कच्चे धागों से बनी पक्की डोर है राखी.....
प्यार और मीठी शरारतों की होड़ है राखी.....
भाई की लम्बी उम्र की दुआ है राखी.....
बहन के प्यार का पवित्र धुँआ है राखी..... भाई से बहन की रक्षा का वादा है राखी.....
लोहे से भी मजबूत एक धागा है राखी....
जांत-पांत और भेदभाव से दूर है राखी.....
एकता का पाठ पढाती नूर है राखी.....
बचपन की यादों का चित्रहार है राखी..... हर घर में खुशियों का उपहार है राखी.....
रिश्तों के मीठेपन का अहसास है राखी.....
भाई-बहन का परस्पर विशवास है राखी.....


इश्कवाले हैं हम भी जज्बातों की कदर जानते हैं,,

नहीं करते हैं दिल्लगी किसी से दीवानों की कदर जानते है,,,

दिल की इस लगी को न दिल्लगी समझिए ,,

मौत का सामान है इश्क इसको न जिंदगी समझिए,,,


बड़े तमाशे से गुजरी ज़िन्दगी हमारी.. जज़्बात मरते गये और हम पत्थर होते गए..!!

बड़े तमाशे से गुजरी ज़िन्दगी हमारी..


जज़्बात मरते गये और हम पत्थर होते गए..!!


शरम आती है मगर, हया छोड़ना होगा... मुझे मोहब्बत है, तुमसे ये कहना होगा..

शरम आती है मगर,

हया छोड़ना होगा...

मुझे मोहब्बत है,

तुमसे ये कहना होगा..

सावन कैसी दे गया है यादों की सौगात.. बादल बरसे दो घङी को, ये नैना सारी रात...

सावन कैसी दे गया है यादों की सौगात..


बादल बरसे दो घङी को, ये नैना सारी रात...


इतने तजुर्बे भी मत सीखा अ जिंदगी हमें कौनसा यहां सदियां गुजारनी है

इतने तजुर्बे भी मत सीखा अ जिंदगी


हमें कौनसा यहां सदियां गुजारनी है...


*कैसे हो जाऊँ मैं तुम से जुदा,* *धडकन की डोरी तुम संग जोड़ी है

*कैसे हो जाऊँ मैं तुम से जुदा,*


*धडकन की डोरी तुम संग जोड़ी है


ज़िंदगी के सारे मौसम आ के रुख़्सत हो गए..., मेरी आँखों में बस बरसात बाक़ी रह गई

ज़िंदगी के सारे मौसम आ के रुख़्सत हो गए...,

मेरी आँखों में बस बरसात बाक़ी रह गई


Thursday 23 August 2018

होंठों पे उल्फत का नाम होता

होंठों पे उल्फत का नाम होता है

आँखों में छलकता जाम होता है

खन्जर की ज़रुरत वहाँ किसे जहां नज़रों से क़त्ल ए आम होता है..




bada mushkil hai jazbaato ko panno par utaarna


चल दिये है अब हम भी उनसे दूर दिल

चल दिये है अब हम भी उनसे दूर दिल पे पत्थर रख कर
जब उसने हमसे नाता तोड़ने के लिए एक पल भी नही सोचा
तो हम क्यो उसके लिए दो पल बरबाद करे।

नादान आईने को क्या खबर


इस कदर हम उनकी मोहब्बत में खो गये


पिता को समर्पित खूबसूरत पोस्ट

बहुत ही खूबसूरत पोस्ट लिखी है और बड़े दिल से लिखी है एक बार जरूर नमन कीजिए
*जीवन में 45 पार का मर्द........*
*कैसा होता है ?*
थोड़ी सी सफेदी कनपटियों के पास, खुल रहा हो जैसे आसमां बारिश के बाद,
जिम्मेदारियों के बोझ से झुकते हुए कंधे,
जिंदगी की भट्टी में खुद को गलाता हुआ,
अनुभव की पूंजी हाथ में लिए,
परिवार को वो सब देने की जद्दोजहद में, जो उसे नहीं मिल पाया था,
बस बहे जा रहा है समय की धारा में,
*बीवी और प्यारे से बच्चों में*

पूरा दिन दुनिया से लड़ कर थका हारा,
रात को घर आता है, सुकून की तलाश में, लेकिन क्या मिल पाता है सुकून उसे ?
दरवाजे पर ही तैयार हैं बच्चे,
पापा से ये मंगाया था, वो मंगाया था,
नहीं लाए तो क्यों नहीं लाए,
लाए तो ये क्यों लाए वो क्यों नहीं लाए, अब वो क्या कहे बच्चों से,
कि जेब में पैसे थोड़े कम थे,
कभी प्यार से, कभी डांट कर,
समझा देता है उनको,
एक बूंद आंसू की जमी रह जाती है, आँख के कोने में, लेकिन दिखती नहीं बच्चों को,
उस दिन दिखेगी उन्हें, जब वो खुद, बन जाएंगे माँ बाप अपने बच्चों के,
खाने की थाली में दो रोटी के साथ,
परोस दी हैं पत्नी ने दस चिंताएं,
*कभी,* तुम्हीं नें बच्चों को सर चढ़ा रखा है,
कुछ कहते ही नहीं,
*कभी,*
हर वक्त डांटते ही रहते हो बच्चों को,
कभी प्यार से बात भी कर लिया करो, लड़की सयानी हो रही है,
तुम्हें तो कुछ दिखाई ही नहीं देता,
लड़का हाथ से निकला जा रहा है,
तुम्हें तो कोई फिक्र ही नहीं है,
पड़ोसियों के झगड़े, मुहल्ले की बातें, शिकवे शिकायतें दुनिया भर की,
सबको पानी के घूंट के साथ,
गले के नीचे उतार लेता है,
जिसने एक बार हलाहल पान किया,
वो सदियों नीलकंठ बन पूजा गया, यहाँ रोज़ थोड़ा थोड़ा विष पीना पड़ता है,
जिंदा रहने की चाह में,
फिर लेटते ही बिस्तर पर,
मर जाता है एक रात के लिए,
*क्योंकि* सुबह फिर जिंदा होना है,
काम पर जाना है,
कमा कर लाना है,
ताकि घर चल सके,....ताकि घर चल सके.....ताकि घर चल सके।।।।
*दिलसे सभी पिताओं को समर्पित,,,,,,,,,,,,,,,*

फिजा में महकती शाम हो तुम, प्यार में झलकता जाम हो तुम,

फिजा में महकती शाम हो तुम,

प्यार में झलकता जाम हो तुम,

सीने में छुपाए फिरते हैं हम यादें तुम्हारी,

इसलिए मेरी ज़िंदगी का दूसरा नाम हो तुम....


Jism to bahut sawar chuke... Ab ruhu ka sigar kijiye..... phool saakh se na todiye....khushubnuyo se pyaar kijiye..

Jism to bahut sawar chuke...

Ab ruhu ka sigar kijiye.....

phool saakh se na todiye....

khushubnuyo se pyaar kijiye..


खेलना अच्छा नहीं किसी के नाज़ुक दिल से, दर्द जान जाओगे जब कोई खेलेगा तुम्हारे दिल से ।

खेलना अच्छा नहीं किसी के नाज़ुक दिल से,

दर्द जान जाओगे जब कोई खेलेगा तुम्हारे दिल से ।


ये तड़प ये आंसू मेरे रातों के साथी है... बस तेरी यादें मेरे जीने के लिए काफी है।

ये तड़प ये आंसू मेरे रातों के साथी है...


बस तेरी यादें मेरे जीने के लिए काफी है।


Wednesday 22 August 2018

तुम्हे पा कर हम खोना नही चाहते

तुम्हे पा कर हम खोना नही चाहते,

बहुत रहे लिए तनहा अब तनहा रहना नही चाहते,

तुम्हारे आने से ही आई है खुशिया हमारी जिंदगी में,

अब इस जिंदगी को बिन तुम्हारे जीना नही चाहते.

याद आती है उनकी दिन की रुसवाइयों में

याद आती है उनकी दिन की रुसवाइयों में,

और आती है याद उनकी रात की तनहाइयों में,

आंखें बन्द कर देख लेते हैं ख्वाबों मे हसीन चेहरा उनका,

तस्वीर जिनकी छुपा रखी है दिल कि गहराइयों में.


इंतज़ार इस सिद्ध को उस लम्हें का

इंतज़ार इस सिद्ध को उस लम्हें का..

किसी ख़ास से जब साक्षात्कार होगा,

धड़कन दिल की जब बढ़ने लगेगी..

सीधे लफ्ज़ों में कहे तो जब प्यार होगा..


कागज़ और कलम दोनों मेरे हाथ में हैं मगर

सुनो ...

कागज़ और कलम दोनों मेरे हाथ में हैं मगर...


लिखू भी तो क्या लिखू जब दिल ही तुम्हारे पास हैं...!!!


दिल रोज सजता है किसी नादान दुलहन की तरह

दिल रोज सजता है किसी
नादान दुलहन की तरह,


गम रोज चले आते है किसी,
अंजान मेहमानो की तरह.


आज कुछ और नहीं बस इतना सुनो मौसम हसीन हैं लेकिन तुम सा नहीं...!!!

आज कुछ और नहीं बस इतना सुनो


मौसम हसीन हैं लेकिन तुम सा नहीं...!!!


“इतना तो किसी ने चाहा „ भी न होगा तुमहै, जितना मैंने „ सिर्फ…… सोचा „ है तुम्हे „

“इतना तो किसी ने चाहा „ भी न होगा तुम है,


जितना मैंने „ सिर्फ…… सोचा „ है तुम्हे „


पैर वही जम जाते हैं अगर कोई कह दे की, ' चाय बन रही हैं पी कर जाना...!!! '

पैर वही जम जाते हैं अगर कोई कह दे की,

 ' चाय बन रही हैं पी कर जाना...!!! '


इतनी सादगी से किया उसने इश्क से इंकार.... साँस भी ना रुकी और मौत का एहसास हो गया....

इतनी सादगी से किया उसने इश्क से इंकार....


साँस भी ना रुकी और मौत का एहसास हो गया....

सरे बाज़ार निकलूं तो आवारगी की तोहमत, तन्हाई में बैठूं तो इल्जाम-ए-मोहब्बत।

सरे बाज़ार निकलूं तो आवारगी की तोहमत,


तन्हाई में बैठूं तो इल्जाम-ए-मोहब्बत।

यह मुस्कुराती हुई आँखें जिनमें रक्स करती है बहार,

यह मुस्कुराती हुई आँखें
जिनमें रक्स करती है बहार,


शफक की, गुल की,
बिजलियों की शोखियाँ लिये हुए।

हर पहर दिल तुझे याद करता हैं डूबते सूरज के साथ तेरा इंतजार करता हैं

हर पहर दिल तुझे याद करता हैं


डूबते सूरज के साथ तेरा इंतजार करता हैं


जब दिल ने तड़पना छोड़ दिया

जब दिल ने तड़पना छोड़ दिया,
जलवों ने मचलना छोड़ दिया

पोशाक बहारों ने बदली,
फूलों ने महकना छोड़ दिया

ये दिल सुन रहा है, तेरे दिल की ज़ुबां

ये दिल सुन रहा है, तेरे दिल की ज़ुबां
ऐ मेरे हमनशी, मैं वहाँ, तू जहाँ मेरी सदा में बोले तू, ये कोई क्या जाने
गीत में है, साज में है, तू ही तू, नगमा कहाँ


ये दिल सुन रहा है...
दर्द-ए-मोहब्बत के सिवा, मैं भी क्या, तू भी क्या
ये ज़मीं हम, आसमां हम, अब हमें जाना कहाँ ये दिल सुन रहा है...

किस हक से तुझे चाय पर बुलाऊं। तुम मेरे होने का कभी दावा तो करो।

किस हक से तुझे चाय पर बुलाऊं।


तुम मेरे होने का कभी दावा तो करो।


Gum ne chheda humein

ग़म ने छेड़ा हमें, तुम न छेड़ा करो,
जो तुम्हारे हैं उन से न पर्दा करो,
मुस्कुरा दो तमन्ना निकल जायेगी,

मौत भी आ गई हो तो टल जायेगी,
पास बैठो तबीयत बहल जायेगी ,
मौत भी आ गई हो तो टल जायेगी...!!!

3rd Test India Defeated England by 203 runs

भारत ने बुधवार को नॉटिंघम में 5 वें दिन 203 रनों से तीसरा टेस्ट जीतने के लिए इंग्लैंड के अंतिम विकेट का दावा किया।

जीत के लिए एक विशाल 521 का पीछा करते हुए इंग्लैंड को दूसरी पारी में 317 रनों पर आउट किया गया था, जिसमें जसप्रित बमरा ने 85 रन देकर पांच विकेट लिए थे।

मेजबान, जो नौ विकेट पर 311 रन पर फिर से शुरू हुए, अंतिम दिन केवल 17 गेंदों और 10 मिनट तक चले गए।

ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने अंतिम विकेट का दावा किया क्योंकि उन्हें जेम्स एंडरसन ने 11 रन देकर अजिंक्य रहाणे को पकड़ा, जबकि आदिल रशीद 33 रन पर नाबाद रहे।

भारत ने सीरीज़ में इंग्लैंड के नेतृत्व में 2-1 से कटौती करने में कामयाब रहा, जिससे अगले गुरुवार से साउथेम्प्टन में रोमांचक चौथे टेस्ट मुठभेड़ की स्थापना हुई।

प्रभावशाली जसपत बमरा ने पांच विकेट लिए लेकिन पूरे भारतीय सीम हमले ने दिन 4 पर उत्कृष्ट निरंतर सटीकता का उत्पादन किया, जिससे कुछ उत्कृष्ट पकड़ और इंग्लैंड के शीर्ष क्रम से कुछ भयानक शॉट-चयन में मदद मिली।

बेन स्टोक्स (62) के साथ 16 9 रन की साझेदारी में जोस बटलर की पहली टेस्ट शतक ने लंच से पहले 62 रनों के लिए इंग्लैंड के शीर्ष चार को हटा दिए जाने के बाद कुछ प्रतिरोध प्रदान किया।

बल्लेबाजी करते हुए, भारत ने पहली पारी में विराट कोहली के 97 रनों की सौजन्य से 32 9 रन बनाये, इससे पहले इंग्लैंड को 161 रनों के लिए पैकिंग भेजा गया था, हार्डिक पांड्या ने 28 रन देकर पांच विकेट लिए थे।

कोहली ने दूसरी पारी में शतक (103) की मदद से चेतेश्वर पुजारा (72) और हार्डिक पांड्य (52) ने भी अर्धशतक जमाकर भारत को सात विकेट पर 352 रन बनाकर जीत के लिए 521 रन बनाये।

Un chhoro ko bhi eid ki badhai

un chhoro ko bhi eid 
mubaarak,, jo kisi
HaSiNa ki teekhi nazaro
se halaal huye baithe hain..


whatsapp facebook shayari 22aug18 12:29 pm


जो हमारा नहीं वो बदलेगा जरूर,,,
फ़िर
मौसम क्या? दोस्त क्या?
और सनम क्या??


तुम और तुम्हारी हर बात मेरे लिए खास है

तुम और तुम्हारी हर बात मेरे लिए खास है..!!


शायद यही हमारी मोहब्बत का एहसास है..!!


Tum kisi aur se ishq kar lo

Tum kisi aur se ishq
kar lo,

Mera bhayankar pressure ban
gaya hai😀


Suno wo kisi aur se Ishq

Suno Wo kisi aur se
Ishq kyun kar le..

Hum kya yahan  ande
Cheelne aaye hain..😀😀


Tum ishq mujhse hi karna

Tum Mujhse hi Ishq Karo..

Mujhe Sanju Baba ka record todna hai ...


क्यों पसंद आया