Thursday 5 October 2017

दिवाली खूब मनाएं स्वदेशी पटाखे भी चलाएं

दोस्तों जब भी दिवाली या होली का त्यौहार आता है तो हमारे बुध्दिजीवी(जो केवल सिर्फ अपनी दाल गलाने में लगा रहता है) पर्यावरण का ढ़िंढ़ोरा पीटते है कि सूखी होली मनाओं, दिवाली पर पटाखें न फोड़ों, दशहरा पर रावण मत जलाओ और भी न जाने क्या क्या ?


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