Friday 23 June 2017

जो तू मेरा हमदर्द है

दो पल दो कि की है यह जिंदगी
इस प्यार को है सदियां काफी नहीं
तो खुदा से मांग लूँ मोहलत में एक नई
 रहना है बस यहां अब दूर तुझसे जाना नहीं
जो तू मेरा हमदर्द है सुहाना हर दर्द है|



तेरी मुस्कुराहटें हैं ताकत मेरी मुझको इन्हीं से उम्मीद मिली चाहे करे कोई सितम यह जहां इन में ही है सदा हिफाजत मेरी जिंदगानी बडी खूबसूरत हुई जन्नत अब और  क्या होगी कहीं|

जो तू मेरा हमदर्द है सुहाना हर दर्द है|...


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