Saturday, 24 June 2017

My dear Award Wapsi Gang dum ho to ab bahar niklo

भीड़ ने अखलाख को पीट पीटकर मारा .... तो अवार्ड वापसी, असहिष्णुता, आमिर खान की मोहतरमा डर उठी....
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भीड़ ने जिया उल हक को मारा .... तो करोड़ों का मुआवजा, परिवार में कई नौकरियां ... महीनों तक मीडिया में छाती कूटान ..



भीड़ ने कश्मीर में डी इस पी को पीट पीटकर मारा...अवार्डस शोकेस में सजे हुए, कोई असहिष्णुता नहीं, आमिर खान की मोहतरमा ईद की खरीद में व्यस्त.!! मुआवजा और नौकरियों की भरमार नहीं .... मुस्लिम पेजों पर कोई शोर नहीं ... वामपंथियों के यहाँ कोई रुदाली क्रुन्दन नही
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यही माना जाए क्या असल सेकुलरिज्म ? क्या देश के लिए सेवा देने वालों के लिए और अलगावादियों के खिलाफ खड़े होने वालों के लिए कोई मुसलमान कुछ न बोलेगा ? और वामपंथी कैंडल मार्च नहीं निकालेंगे ...?
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ये दोगला पन हम समझ रहे हैं कि क्यों है ... जो भी जेहादियों और गज़वा ए हिन्द के रास्ते आएगा वो काफ़िर होगा और वो मारा जाएगा ... गद्दार वामपंथी अरबों से मिलने वाले चंदे जिसमें हर पाई पर खून सना होगा उसको चाटने में ही व्यस्त रहेंगे ... सबसे पहले इन वामपंथियों को निर्ममता से रौंद डालना चाहिए ..

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