Monday, 20 August 2018

mohabbat shayari 20aug2018 9:17 pm

इस मोहब्बत की किताब के,

बस दो ही सबक याद हुए,

कुछ तुम जैसे आबाद हुए,

कुछ हम जैसे बरबाद हुए।

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